Wednesday, 29 July 2015

राष्ट्रीय आय के अनंतिम अनुमान, 2014-15

केंद्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के तहत केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (CSO) द्वारा वित्त वर्ष 2014-15 के लिए स्थिर मूल्यों (2011-12) एवं चालू मूल्यों पर राष्ट्रीय आय के अनंतिम अनुमान (Provisional Estimates) 29 मई, 2015 को जारी किए गए। इसमें वर्ष 2014-15 में आर्थिक वृद्धि दर के 7.3 प्रतिशत रहने का आकलन व्यक्त किया गया है जबकि 9 फरवरी, 2015 को जारी अग्रिम अनुमानों (Advance Estimates) में इसके 7.4 प्रतिशत रहने का आकलन था। वर्ष 2014-15 के राष्ट्रीय आय के अनंतिम अनुमान कृषिगत एवं औद्योगिक उत्पादन के नवीनतम आकलनों, सरकारी व्यय तथा मुख्य क्षेत्रकों यथा-रेलवे, रेलवे-भिन्न परिवहन, संचार, बैंकिंग एवं बीमा आदि के अब तक उपलब्ध निष्पादन आंकड़ों के संशोधित अनुमान पर आधारित हैं। इन अनुमानों के प्रमुख बिंदुओं को अग्रलिखित शीर्षकों के अंतर्गत प्रस्तुत किया गया है- केंद्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के तहत ‘केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (CSO) द्वारा वित्त वर्ष 2014-15 के लिए स्थिर मूल्यों (2011-12) एवं चालू मूल्यों पर राष्ट्रीय आय के अनंतिम अनुमान (Provisional Estimates) 29 मई, 2015 को जारी किए गए। 30 जनवरी, 2015 को नए आधार वर्ष 2011-12 को लागू किए जाने के बाद इस पर आधारित यह पहला अनंतिम अनुमान है। उल्लेखनीय है कि इसके पहले आधार वर्ष 2004-05 था, जिसे जनवरी, 2010 में जारी किया गया था। वित्तीय वर्ष 2014-15 के अनंतिम आकलनों के अनुसार अर्थव्यवस्था के महत्त्वपूर्ण सूचक बिंदु [I] सकल घरेलू उत्पाद (GDP) वर्ष 2014-15 के अनंतिम अनुमानों (Provisional Estimates-P.E.) के अनुसार स्थिर कीमतों पर सकल घरेलू उत्पाद 10643983 करोड़ रुपये है। यह गत वर्ष 2013-14 (प्रथम संशोधित अनुमान-First Revised Estimates-Ist R.E.) की तुलना में 7.3 प्रतिशत की वृद्धि प्रदर्शित करता है। चालू कीमतों पर वर्ष 2014-15 (P.E.) में सकल घरेलू उत्पाद 12541208 करोड़ रुपये आकलित है। यह गत वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) की तुलना में 10.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। गत वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) में चालू कीमतों पर सकल घरेलू उत्पाद 11345056 करोड़ रुपये था। [ii] शुद्ध घरेलू उत्पाद (NDP) स्थिर कीमतों पर शुद्ध घरेलू उत्पाद वर्ष 2014-15 (P.E.) में 9519811 करोड़ रुपये आकलित है। यह वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) की तुलना में 7.3 प्रतिशत की वृद्धि को व्यक्त करता है। गत वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) में स्थिर कीमतों पर शुद्ध घरेलू उत्पाद 8872127 करोड़ रुपये था। चालू कीमतों पर शुद्ध घरेलू उत्पाद वर्ष 2014-15 (P.E.) में 11274915 करोड़ रुपये आकलित है। यह पिछले वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) की तुलना में 10.6 प्रतिशत अधिक है। पिछले वर्ष 2013-14 में शुद्ध घरेलू उत्पाद 10196410 करोड़ रुपये था। [iii] सकल राष्ट्रीय आय (GNI) स्थिर कीमतों पर सकल राष्ट्रीय आय वर्ष 2014-15 (P.E.) में 10513163 करोड़ रुपये आकलित है। इसमें वर्ष 2014-15 में 7.3 प्रतिशत वृद्धि का आकलन है जो वर्ष 2013-14 (प्रथम संशोधित अनुमान) में 6.8 प्रतिशत थी। गत वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) में स्थिर कीमतों पर सकल राष्ट्रीय आय 9800813 करोड़ रुपये था। चालू कीमतों पर वर्ष 2014-15 में सकल राष्ट्रीय आय का 12383908 करोड़ रुपये तक रहने का अनंतिम अनुमान है जो वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) की तुलना में 10.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। विगत वर्ष 2013-14(Ist R.E.) में चालू कीमतों पर सकल राष्ट्रीय आय 11205169 रुपये थी। [iv] शुद्ध राष्ट्रीय आय (NNI) स्थिर कीमतों पर शुद्ध राष्ट्रीय आय (Net National Income) का वर्ष 2014-15 में 9388992 करोड़ रुपये तक रहने का अनंतिम अनुमान है। यह पिछले वर्ष 2013-14 (IstR.E.) की तुलना में इसमें 7.2 प्रतिशत की वृद्धि प्रदर्शित करता है। पिछले वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) में स्थिर कीमतों पर शुद्ध राष्ट्रीय आय 8751834 करोड़ रुपये थी। चालू कीमतों पर शुद्ध राष्ट्रीय आय वर्ष 2014-15 (P.E.) में 11117615 करोड़ रुपये रहने का आकलन है। इसमें पिछले वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) की तुलना में 10.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पिछले वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) में चालू कीमतों पर शुद्ध राष्ट्रीय आय 10056523 करोड़ रुपये थी। [v] प्रति व्यक्ति आय (PCI) स्थिर कीमतों पर प्रति व्यक्ति आय (Per Capita Income अर्थात Per Capita NNI) वर्ष 2014-15 (P.E.) में 74104 रुपये अनुमानित है जो वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) की तुलना में 5.9 प्रतिशत अधिक है। गत वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) में स्थिर कीमतों पर प्रति व्यक्ति आय 69959 रुपये थी। चालू कीमतों पर प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2014-15 (P.E.) में 87748 रुपये आकलित है जो कि गत वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) की तुलना में 9.2 प्रतिशत अधिक है। गत वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) में चालू कीमतों पर प्रति व्यक्ति आय 80388 रुपये थी। [vi] आधारभूत कीमतों पर सकल मूल्य संवर्द्धन [Gross Value Added (GVA) at Basic Prices ] स्थिर मूल्यों (2011-12) पर आधारभूत कीमतों पर सकल मूल्य संवर्द्धन (GVA) वर्ष 2014-15 (P.E.) में 9827089 करोड़ रुपये आकलित है। यह गत वर्ष (2013-14) की तुलना में 7.2 प्रतिशत की वृद्धि को व्यक्त करता है। गत वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) में यह 9169787 करोड़ रुपये था। चालू मूल्यों पर आधारभूत कीमतों पर सकल मूल्य संवर्द्धन वर्ष 2014-15 (P.E.) में 11550240 करोड़ रुपये आकलित है। यह पिछले वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) की अपेक्षा 10.2 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। गत वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) में यह 10477140 करोड़ रुपये था। सकल घरेलू उत्पाद पर व्यय का वार्षिक अनुमान केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने आर्थिक गतिविधियों द्वारा सकल घरेलू उत्पाद का अनंतिम अनुमान (Provisional Estimates) जारी करने के साथ-साथ स्थिर कीमतों (2011-12) तथा चालू कीमतों पर सकल घरेलू उत्पाद पर व्ययों का अनुमान भी जारी किया है। [i] निजी अंतिम उपभोग व्यय (PFCE) चालू कीमतों पर निजी अंतिम उपभोग व्यय (PFCE-Private Final Consumption Expenditure) वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) के 6772066 करोड़ रुपये की तुलना में वर्ष 2014-15 (P.E.) में 7534239 करोड़ रुपये रहने का आकलन है। स्थिर कीमतों (2011-12) पर PFCE वर्ष 2014-15 (P.E.) में 6064247 करोड़ रुपये के स्तर पर अनुमानित है जो वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) में 5704132 करोड़ रुपये था। GDP के संदर्भ में वर्ष 2014-15 (P.E.) में PFCE की दर चालू एवं स्थिर कीमतों (2011-12) पर क्रमशः 60.1 प्रतिशत और 57.0 प्रतिशत रहने का अनुमान है जो वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) में क्रमशः 59.7 प्रतिशत तथा 57.5 प्रतिशत के स्तर पर था। [ii] सरकारी अंतिम उपभोग व्यय (GFCE) चालू कीमतों पर सरकारी अंतिम उपभोग व्यय (GFCE : Government Final Consumption Expenditure) वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) में 1277467 करोड़ रुपये की तुलना में वर्ष 2014-15 (P.E.) में 1432070 करोड़ रुपये रहने का आकलन है। स्थिर कीमतों (2011-12) पर GFCE का अनुमान वर्ष 2014-15 (P.E.) में 1157810 करोड़ रुपये लगाया गया है जो वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) 1086121 करोड़ रुपये के स्तर पर था। जीडीपी के संदर्भ में वर्ष 2014-15 (P.E.) में GFCE की दर चालू एवं स्थिर कीमतों पर क्रमशः 11.4 प्रतिशत तथा 10.4 प्रतिशत अनुमानित है जो कि वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) में क्रमशः 11.3 प्रतिशत तथा 10.9 प्रतिशत के स्तर पर था। [iii] सकल नियत पूंजी निर्माण (GFCF) चालू कीमतों पर सकल नियत पूंजी निर्माण GFCF : Gross Fixed Capital Formation) वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) में 3367856 करोड़ रुपये की तुलना में वर्ष 2014-15 (P.E.) में 3602121 करोड़ रुपये आकलित किया गया है। स्थिर कीमतों पर GFCF वर्ष 2014-15 (P.E.) में 3191973 करोड़ रुपये अनुमानित है जो वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) में 3050236 करोड़ रुपये के स्तर पर था। GDP के संदर्भ में वर्ष 2014-15 (P.E.) में GFCF चालू एवं स्थिर कीमतों पर क्रमशः 28.7 प्रतिशत तथा 30 प्रतिशत अनुमानित है जो वर्ष 2013-14 (Ist R.E.) में क्रमशः 29.7 प्रतिशत तथा 30.7 प्रतिशत रहा था। वर्ष 2014-15 के राष्ट्रीय आय के अनंतिम अनुमान में क्षेत्रवार आधारभूत कीमतों पर सकल मूल्य संवर्धन (GVA at Basic Price) में वृद्धि दरें क्षेत्र स्थिर कीमतों पर आधार वर्ष (2011-12) चालू कीमतों पर 1. कृषि, वानिकी एवं मात्स्यिकी 0.2 4.4 2. खनन एवं उत्खनन 2.4 -7.6 3. विनिर्माण 7.1 9.7 4. बिजली, गैस एवं जलापूर्ति तथा अन्य सेवाएं 7.9 14.1 5. निर्माण 4.8 6.9 6. व्यापार, होटल, परिवहन, संचार एवं प्रसारण संबंधी सेवाएं 10.7 13.3 7. वित्त, स्थावर संपदा व व्यावसायिक सेवाएं 11.5 14.3 8. लोक प्रशासन, रक्षा व अन्य सेवाएं 7.2 13.7 आधारभूत कीमतों पर स.मू.व. में वृद्धि दर 7.2 10.2

द्वितीय द्वैमासिक मौद्रिक नीति, 2015-16

द्वितीय द्वैमासिक मौद्रिक नीति, 2015-16 मौद्रिक नीति अर्थव्यवस्था में तरलता (Liquidity), साख की उपलब्धता, निवेश, मूल्य स्तर, रोजगार तथा उत्पादन को प्रभावित करती है। मौद्रिक नीति बाजार में मुद्रा की आपूर्ति को नियंत्रित करने के साथ ही यह तय करती है कि रिजर्व बैंक किस दर पर बैंकों को कर्ज देगा या फिर किस दर पर उन बैंकों से पैसा वापस लेगा। मौद्रिक नीति को भारतीय रिजर्व बैंक अपने केंद्रीय बोर्ड की सिफारिशों के आधार पर तय करता है। इस बोर्ड में जाने-माने अर्थशास्त्री, उद्योगपति और नीति-निर्माता शामिल होते हैं। इसके लिए रिजर्व बैंक समय-समय पर भारत सरकार के आर्थिक विभागों से सलाह-मशविरा करता है, लेकिन अंतिम निर्णय रिजर्व बैंक ही लेता है। विकसित देशों में समय-समय पर जो मौद्रिक नीति उनके केंद्रीय बैंकों द्वारा घोषित की जाती है, उसका लक्ष्य मुद्रास्फीति की दर को निम्न स्तर पर बनाए रखना है। भारत और अन्य अनेक विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में केंद्रीय बैंकों के दो लक्ष्य होते हैं-मुद्रास्फीति को नियंत्रित करना और विकास को गति देना। उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता वाली समिति की सिफारिश पर भारतीय रिजर्व बैंक ने अब प्रत्येक दो माह पर मौद्रिक नीति की घोषणा करनी शुरू की है। 2 जून, 2015 को जारी द्वैमासिक मौद्रिक नीति इसी शृंखला की आठवीं तथा वर्तमान वित्त वर्ष 2015-16 की दूसरी घोषणा है। खाद्य मुद्रास्फीति के चार माह के निचले स्तर पर पहुंचने, औद्योगिक उत्पादन में असमान रूप से सुधार होने तथा चलनिधि की स्थिति में हुए सुधार के मद्देनजर रिजर्व बैंक ने इस दूसरी मौद्रिक नीति में ब्याज दरों में कुछ बदलाव किए हैं। वित्त वर्ष 2015-16 की दूसरी द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य के महत्त्वपूर्ण अंश आगे प्रस्तुत हैं- 2 जून, 2015 को भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर डॉ. रघुराम जी. राजन द्वारा ‘द्वितीय द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2015-16’ (Second Bi-Monetary Policy Statement, 2015-16) जारी किया गया। समीक्षा में लिए गए निर्णयों के अनुसार-‘चलनिधि समायोजन सुविधा’ (LAF-Liquidity Adjustment Facility) के अंतर्गत रेपो दर में तत्काल प्रभाव से 25 आधार अंकों की कमी करते हुए इसे 7.50 प्रतिशत से घटाकर 7.25 प्रतिशत कर दिया गया। इसी कटौती के चलते इस पर आधारित कुछ अन्य दरों में भी स्वतः परिवर्तन हो गए। एलएएफ (LAF) के तहत, चूंकि रिवर्स रेपो दर, रेपो दर से 100 अंक नीचे होती है। अतः इसे भी 6.50 प्रतिशत से 25 आधार अंक कम कर 6.25 प्रतिशत कर दिया गया। ‘सीमांत स्थायी सुविधा दर’ (MSF-Marginal Standing Facility Rate) का निर्धारण रेपो दर से 100 आधार ऊपर होता है। अतः यह भी 8.50 प्रतिशत से घटकर 8.25 प्रतिशत हो गया। चूंकि बैंक दर एमएसएफ (MSF) दर के समतुल्य होती है, अतः यह भी पुनर्संयोजित होकर 8.25 प्रतिशत हो गई। अनुसूचित बैंकों के ‘नकद आरक्षित अनुपात’ (CRR-Cash Reserve Ratio) को अपरिवर्तित रखते हुए इसे ‘निवल मांग और मियादी देयताओं’ (NDTL : Net Demand and Time Liabilities) के 4.0 प्रतिशत पर रखा गया है। बैंकिंग तंत्र में नकदी की स्थिति में सुधार के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने कॉल मनी (1 दिन के लिए निधियां उधार लेने अथवा देने) में ‘तरलता समाशोधन सुविधा’ (LAF) के तहत बैंकों की शुद्ध निवल मांग और सावधिक देनदारियां (Net Demand and Time Liabilities-NDTL) को 0.25 प्रतिशत पर जारी रखा गया है। साथ ही 14 दिन की मियादी रेपो सीमा को एनडीटीएल के 0.75 प्रतिशत पर सीमित रखा गया है। इस मौद्रिक नीति वक्तव्य के अनुसार जनवरी, 2016 तक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति का 6 प्रतिशत तक रहने का अनुमान है जो अप्रैल में किए गए अनुमानों से थोड़ा अधिक है। भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार वित्तीय वर्ष 2015-16 के दौरान चालू खाता घाटे का स्तर GDP के 1.5 प्रतिशत तक रहने की संभावना है। वर्ष 2015-16 के लिए अनुमानित उत्पाद संवृद्धि दर को अप्रैल के पूर्वानुमानित 7.8 प्रतिशत से घटाकर 7.6 प्रतिशत कर दिया गया है। नवीनतम दरें (2 जून, 2015 से) बैंक दर – 8.25 प्रतिशत सीआरआर – 4 प्रतिशत रेपो दर – 7.25 प्रतिशत एसएलआर – 21.5 प्रतिशत रिवर्स रेपो दर – 6.25 प्रतिशत आधार दर – 9.75-10.00 प्रतिशत एमएसएफ दर – 8.25 प्रतिशत सावधि जमा दर – 8.00-8.50 प्रतिशत

अपूर्वा : मुर्राह भैंस की क्लोन कटड़ी

अपूर्वा : मुर्राह भैंस की क्लोन कटड़ी

किसी भी जीव का प्रतिरूप बनाना ही क्लोनिंग कहलाता है। क्लोन एक ऐसी जैविक रचना है, जो मात्र जनक (माता या पिता) से गैर-लैंगिक विधि द्वारा उत्पादित होती है। क्लोन शारीरिक एवं आनुवांशिक रूप से अपने जनक के पूर्णतः समरूप होता है। क्लोनिंग को लेकर भारत में शोधकर्ताओं का उद्देश्य पूरी तरह स्पष्ट है। वैज्ञानिकों का मानना है कि मवेशियों की क्लोनिंग से उच्च कोटि की नस्लें उत्पन्न की जा सकेंगी और वह भी बिना किसी आनुवांशिक गुण की हानि के। इस क्लोनिंग का सबसे बड़ा फायदा डेयरी क्षेत्र को होगा और लंबे समय तक दूध देने वाली अच्छी नस्ल की भैंसों की संख्या में वृद्धि हो सकेगी। उल्लेखनीय है कि विश्व भर में भारत में भैंसों की संख्या सबसे अधिक है जो देश के कुल दूध उत्पादन में 55 प्रतिशत का सहयोग कर रही हैं लेकिन अच्छी नस्ल की भैंसों की संख्या सीमित है और इसे तुरंत तेजी से बढ़ाए जाने की आवश्यकता है।

  • 5 फरवरी, 2015 को करनाल स्थित 'राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान' (NDRI) के वैज्ञानिकों ने क्लोनिंग के जरिए एक 'कटड़ी' (Female Calf) का जन्म कराने में सफलता प्राप्त की है।
  • 'हस्त-निर्देशित क्लोनिंग तकनीक' (Hand-guided Cloning Technique) के माध्यम से उत्पन्न इस क्लोन कटड़ी का नाम 'अपूर्वा' (APURVA) रखा गया है।
  • इस कटड़ी का जन्म सामान्य प्रसव से हुआ और जन्म के समय इसका वजन लगभग 37 किग्रा. था।
  • यह नवजात कटड़ी एनडीआरआई के पशुधन फार्म की मुर्राह नस्ल की भैंस (MU-5345) की क्लोन है।
  • उल्लेखनीय है कि एनडीआरआई के वैज्ञानिकों ने जिस भैंस के कान से कोशिकाएं लेकर 2 मई, 2014 को 'लालिमा' नामक क्लोन कटड़ी का जन्म कराया था, उसी भैंस के मूत्र (Urine) से 'दैहिक कोशिकाओं' (Somatic Cells) को अलग कर अपूर्वा को विकसित किया है।
  • यह विश्व में मूत्र से ली गई दैहिक कोशिकाओं के माध्यम से क्लोन कटड़ी के विकास का पहला मामला है।
  • उल्लेखनीय है कि जिस भैंस से कोशिकाओं को पृथक कर अपूर्वा नामक क्लोन विकसित किया गया है, उसने अपने तीसरे 'दुग्ध-काल' (Lactation Period) के दौरान 305 दिन के सामान्य काल में 2713 किग्रा. तथा 471 दिन के कुल स्तनपान काल में 3494 किग्रा. कुल दूध का उत्पादन किया था।

हस्त निर्देशित क्लोनिंग तकनीक

राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित हस्त निर्देशित क्लोनिंग तकनीक पारंपरिक क्लोनिंग तकनीक का उन्नत रूप है। इस तकनीक में अंडाशय से अपरिपक्व अंडे लेकर प्रयोगशाला में उन्हें परिपक्व किया जाता है। तत्पश्चात उनकी ऊपरी परत उतार कर उन्हें एंजाइम से उपचारित किया जाता है ताकि बाहरी परत 'जोना पेलुसिडा' (Zona pellucida) घुल जाए। फिर इन्हें रसायनों से उपचारित किया जाता है ताकि आनुवांशिक सामग्री एक जगह इकट्ठी हो सके। इस हिस्से को फिर हस्त द्वारा धारदार ब्लेड से काटकर मूल आनुवांशिक सामग्री को अलग किया जाता है। इन अंडों को भ्रूणीय स्टेम कोशिकाओं में से एकल कोशिका लेकर इलेक्ट्रोफ्यूज करके प्राप्त भ्रूणों का संवर्धन एवं विकास प्रयोगशाला में 6 से 7 दिनों तक किया जाता है ताकि ये 'ब्लास्टोसिस्ट की अवस्था' (Blastocyst Stage) तक आ सकें। इन ब्लास्टोसिस्ट का प्राप्तकर्ता भैंसों में स्थानांतरण करके ही क्लोन का जन्म कराया जाता है।

Sunday, 3 May 2015

WiKi Periodic table

The periodic table is a table of the chemical elements in which the elements are arranged by order of atomic number in such a way that the periodic properties (chemical periodicity) of the elements are made clear. The standard form of the table includes periods (usually horizontal in the periodic table) and groups (usually vertical). Beautiful flash widgets for blog and website. Elements in groups have some similar properties to each other. There is no one single or best structure for the periodic table but by whatever consensus there is, the form used here is very useful. The periodic table is a masterpiece of organised chemical information. The evolution of chemistry's periodic table into the current form is an astonishing achievement with major contributions from many famous chemists and other eminent scientists.



Monday, 20 April 2015

bengali lesson 5/5

Here is the Bengali Alphabet

The vowel marks

The compound letters
To follow
Comments on the above 
First of all, the letter that looks like a "y" in hindi is NOT a "z" in
bangla, it is a harder "j", a sound not found in Hindi.  there is no real "z"
sound in bangla, the first "j" is used for a "z".

Also, the "s" letter is pronounced like a softer "sh", though in a few words
it is pronounced as an "s".  I would recommend that you (if u don't mind my
saying) write "s, sh" under that letter.

And the vowels are different from Hindi to Bangla:
   the vowels are:

aw    (NOT the same sound as in Hindi, it is the sound in "hot" or "lot")
aa    (similar to Hindi)
i       (similar to Hindi)
ee    (similar to Hindi)
u      (similar to Hindi)
oo    (similar to Hindi)
ri      (similar to Hindi)
e      (similar to Hindi)
oi    (NOT the same as in Hindi, it is the sound in "loin" or "join")
o     (similar to Hindi)
ou   (NOT the same as in Hindi, no similar letter, it's just an "o" that
becomes a "u"      making an "ou" sound)

Sunday, 19 April 2015

bengali lesson 4/5

There are many compound letters in Bengali made up of two or more letters . Its not possible to list them all here. You will find it easier to read them from a book like Learn Bengali in 30 days. However lets attempt a few of these.
The next figure contains double letters - ie each sounds the same eg kk in chiKKen ( chicken) , LL in Jill etc. See if you can identify each doubled letter. The last three are not so obvious and so their corresponding letter is written as half size to help you identify them . The answer are at the bottom of the figure.

See if you can read these words using the above doubled letters .

The answers are A . Apple B . Jill C Anna D Chicken E Egg F Yddi ( If - Hindi) G Hajj H Abbot I Eddie J Atta ( flour - Hindi ) K Abrit't'i ( Recitation )
Note how the soft T' as in the word K- Aabrit't'i and the hard T as in Tom in the word J - Atta are made up from the single letters.

Lets look at numbers from 1 to 10 . These are used less and less being replaced by English numbers.

Here are compound letters made of two letters . Note the name of the compound is derived from the half letter at the top and half letter at the bottom - ulkaa meansa a meteor.


Here are some half letters which are often used to form compound letters of two or even three half letters. See if you can identify them . Some blanks have been filled . We need help in identifying and completing the compound letters below. If you can help please send an email to Ukindia for eg in fig 49h below the first letter would be 1. Short u , look , mulk etc. Please send the answers to all three figures 49h with its 50 letters , 49ia with 20 lettters and 49ja with 33 letters ( some eg 1 and 2 in the first figure, may be repeated) in the next three figures -in each case identifying the letter , then a short English word in which it might occur and a short Bengali word in which it is used. The answers should all be in English letters and should not take an expeienced Bengali reader more than 10 minutes to do. Your help will be acknowledged. With many thanks.

Answers are here given by Sameer (thank you very much Sameer ! ) . Note that some letters above are duplicated but for the moment we will leave it as is and you can use them as practice. Later on we will make some words using these half letters and vowel marks .
#  sound             location           bangla word         english

1-  u                 underneath         alu                       potato
2-  u                 underneath         same as above
3-  u (after r)    to the right           rush                     Russia
4-  uu               underneath         puurbaw               east
5-  uu               underneath         same as above
6-  uu (after r) to the right            duruuhaw             difficult
     or ri (after h) to the right         hridoy                  heart
7-  ri                underneath          mrittu                   death
8-  ri                underneath          same as above
9-  e                 to the left            desh                    nation
10- e                to the left            same as above
11- oi               to the left            moitraw                friendship 
12- oi               to the left            same as above
13- ou              to the right          moushumi            monsoon
14- k (before t/r) to the right        bækti (bekti)         person
15- g                on top                rarely used
16- ng              on top                rarely used
17- ch              on top                achchha               O.K.
18- j                on top                 rarely used
19- n'             to the right            ushn'aw                warm
20- n'             on top                  kawn't'awk             thorn
21- t               underneath          bæstaw                 busy
22- tu             underneath          kintu                      but
23- tr              underneath         strii                        woman
24- d              underneath         rarely used
25- dh            underneath          bouddhaw              Buddhist
26- n              on top                 jawnmaw                birth
27- n (before # 21)  on top        antawrjatik              international
28- n              underneath         prawshnaw             question
29- n              underneath         same as above
30- p              on top                 rarely used
31- b              underneath         ddiip (spelled dbiip) island
32- b              underneath         same as above
33- b              underneath         same as above
34- m             on top                 lawmba                   long
35- m             underneath         atta (spelled atma)   soul
36- æ             to the right          bæbawhar               use
37- r              underneath          gram                       village
38- r              underneath          same as above
39- r              underneath          same as above
40- r              underneath          same as above
41- r              on top                 dhawrmaw               religion
42- l              on top                  kawlpawna              imagination
43- l              underneath          plabawn                  flood
44- l              underneath          same as above
45- sh           on top                  rarely used
46- sh           on top                  srisht'i                    creation
47- sh           on top                  same as above
48- s             on top                  sthan                     place
49- s             on top                  same as above
50- punctuation mark that prevents the "aw" sound from coming after a
consonant
The next compound letters next can be used to form more words .

Answers
2 kt 15 tt ( atta)
Here are some more compound letters , see if you can identify them

Answers 10 nn 12 pp( apple) 24 LL More to follow

Saturday, 18 April 2015

bengali lesson 3/5

Revise the vowel marks

And how these vowel marks modify the letter M

Lets look at five more letters. See if you can read the five words below them -some bits have been filled in
S as in Sum
THE as in THUs
T as in musT
TTH as in TThanda (cold in Hindi)
T' as in roTa ( crying in Hindi)


Here are the answers

Six more constants

GH as in GHee ( clarified butter) , a deep G sounded from the chest
D- hard D as in Dog
SHH- a deeper SH
AD- the tongue is rolled right back and then rolled rapidly forwards to just strike the tip of the hard palate
KH as in loCH THHE - a deeper THE from the chest

Here are the answers

Lets look at the final five consonants - there are examples of the way they sound in a mixture of English , Hindi and Benggali words after the letters. See if you can read them

The JH is a deep J from the chest
This n is exactly like the N in lunch
The Z as in English
The aDH is the tongue rolled right back as in aD and then rolled forwards except that the sound is made from the chest.
Finally the DDH which is D as in Dog but sounded from the chest
Here are the answers



Here are the detached vowels written on their own.
See if you can read these mixture of Bengali , Hindi and English words where each vowel is used once. The answers are at the bottom of the figure.



Apart from the 'AN' sound as in the English word cANt there are three other vowel marks.
The first is an NG sound as in the rUNg of a ladder .


The next one is an accent mark - sort of h sound .


The third one is a soft T


In the next lesson we will look at compound letters.

Friday, 17 April 2015

Bengali lesson 2/5

In the last lesson we looked at the letters B , Ng , L , M and N . These are shown in the first line below together with another five new letters. See if you can read the two letter words formed by joining these letters.

Here are the answers

Lets look at ten more letters. They are given below. Underneath them are words in which the letters are used. To help you the new letters are written and the English translation of the word they mean. See if you can work them out .

Here are the answers. Bengali is not an exact phonetic language. In fact the Bengalis tend to make use of a lot of the vowel mark O without writing it down . So this is how the words are pronounced in fact. For eg town ( ngr) is written as ngr but pronounced nogor.

Note as in Hindi there are quite a few different forms of N. Revise this lesson many times. If you can recognise all the letters , you have done half the Bengali letters already.

Thursday, 16 April 2015

Bengali lesson 1/5



Here are the letter B , NG , L and the vowel mark for AA and EE . See if you can read your first word in Bengali underneath the letters.

Answer
.
Of course its Baangaali ( Bengali) ! - bAAngAALEE is how the Bengalis say the word for their own tongue.









अं
अः

অং
অঃ



Lets look at the vowel marks - the English pronounciation is given as an example in a word, eg the short i is as in the English word Miss
Lets take the letters M and N and add these vowel marks after the M . Note that although the AE and AAE sounds follow after the letter M , they are put before it .Note also that for the O and Au sounds to mark M there are two components of the vowel mark -one which is put before the letter and the other after. These are marked below.

Revise the vowel marks again

And how they modify M

It is important to go over the previous figures again and again until they are imprinted on your mind. Reading the vowel marks correctly is half the battle.


comments on the vowels

The  vowels are different from Hindi to Bangla:
 

aw    (NOT the same sound as in Hindi, it is the sound in "hot" or "lot")
aa    (similar to Hindi)
i       (similar to Hindi)
ee    (similar to Hindi)
u      (similar to Hindi)
oo    (similar to Hindi)
ri      (similar to Hindi)
e      (similar to Hindi)
oi    (NOT the same as in Hindi, it is the sound in "loin" or "join")
o     (similar to Hindi)
ou   (NOT the same as in Hindi, no similar letter, it's just an "o" that
becomes a "u"      making an "ou" sound)

Thursday, 9 April 2015

Awards by Government of India 2015

Bharat Ratna 2014

 

Madan Mohan Malaviya

Atal Bihari Vajpayee



PADMA VIBHUSHAN

Public Affairs:

LK Advani

Prakash Singh Badal

Others:

Jagadguru Swami Rambhadracharya

Kottayan K. Venugopal

Public Affairs

Amitabh Bachchan

Art

Karim Al Hussaini Aga Khan

Trade and Industry

Malur Ramaswamy Srinivasan

Science and Engineering

Dilip Kumar

Arts

D. Veerendra Heggade

Social work

PADMA BHUSHAN

Literature and Education:

Swapan Dasgupta

Rajat Sharma

Social Work:

Bill Gates

Melinda Gates

Others:

David Frawley

N Gopalaswami

Civil Service

Sudha Raghunathan

Art

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Public Affairs

Jahnu Barua

Art

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Science and Engineering

Swami Satyamitranand Giri

Others

Subhash C. Kashyap

Public Affairs

Saichiro Misumi

Satpal

Sports

Ashok Seth

Medicine

Khadg Singh Valdiya

Science and Engineering:

Gokulotsavji Maharaj

Art

Ashok Seth

Medicine

Satpal

Sports

Manjul Bhargava

Science and Engineering



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Medicine:

Manjula Anagani

Jaya Kumari Chikkala

Randeep Guleria

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Yogesh Kumar Chawla

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Rajesh Kotecha

Tejas Madhusudan Patel

Raghu Rama Pillrisetti

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Nikhil Tandon

Yog Raj Sharma

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Others:

Huang Baosheng

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